इमोशनल गली..
रोज़ भागते हे उस से
फिर भी रोज़ गुज़रते हे वहाँ से।
रोज़ कहते हे बुरी चीज़ हे
फिर भी रोज़ अपनाते हे।
दुनिया को कहते हे दूर रहने को…
फिर भी रोज़ गले लगते हे।
ये ज़िंदगी एक इमोशनल गली हे मेरे दोस्त…
यहाँ घर भी बसाना हे और आँसू भी बहाना हे।

  • दा